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CD एवं DVD

CD एवं DVD

सीडी-रोम से आशय (Concept of CD)

सी डी का फुल फॉर्म होता है कॉम्पैक्ट डिस्क। यह प्लास्टिक से निर्मित एक छोटी डिस्क होती है, जो रेजिन; जैसे-पॉली कार्बोनेट से निर्मित होती है, जिस पर एल्यूमिनियम जैसे उच्च-परावर्ती पदार्थ की एक परत चढ़ी होती है। सीडी-रोम की सतह पर डेटा/ इन्फॉर्मेशन को पिट्स एवं लैन्ड्स क्रिएट करके लिखा जाता है। एक पिट, सीडी की सतह पर एक डिप्रेशन होता है। जबकि एक लैन्ड मूल सतह की ऊँचाई होती है। एक लैण्ड से एक पिट अथवा एक पिट से एक लैण्ड पर ट्रान्जिशन बाइनरी डिजिट एक (1) को एवं लैन्ड्स और पिट्स, बाइनरी डिजिट शून्य (0) को रिप्रेजेन्ट करते हैं।

डेटा/इन्फॉर्मेशन को लिखने के लिए उच्च तीव्रता की लेजर किरण को सीडी-रोम पर फोकस किया जाता है, जिसके परिणामस्वरूप सी.डी. की सतह पर पिट्स और लैन्ड्स क्रिएट हो जाते हैं।

सीडी-रोम से इन्फॉर्मेशन को रीड करने के लिए एक निम्न तीव्रता की लेजर किरण का प्रयोग किया जाता है, जो ऑप्टिकल ड्राइव द्वारा उत्पन्न किया जाता है। सी.डी. से डेटा/इन्फॉर्मेशन को रीड करने के लिए डिस्क रोटेट करती है और जब लेजर किरण किसी पिट पर फोकस करती है तो पिट द्वारा परावर्तित लेजर किरण की तीव्रता में परिवर्तित होता है, जिसे एक फोटो सेन्सर द्वारा डिटेक्ट किया जाता है। इस प्रकार पर रिकॉर्डेड किए गये डिजिटल सिगनल्स की पहचान कर ली जाती है।

डीवीडी से आशय (Concept of DVD)

डीवीडी का फुल फॉर्म होता है डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क। सीडी-रोम और डीवीडी दोनों ही टेक्नोलॉजी डिजिटल डेटा को स्टोर करने के लिए उच्च क्षमता के ऑप्टिक मीडिया का प्रयोग करते हैं और डेटा का डिकोड करने के लिए लेजर बीम का प्रयोग करते हैं।

वास्तव में अधिकांशत: नई डीवीडी टेक्नोलॉजी डेटा की रीड करने के लिए सीडी-रोम ड्राइव्स की तुलना में अपेक्षाकृत छोटी वेव लेन्थ (Wave Length) की लेजर किरणों का प्रयोग करती है। डीवीडी ड्राइव्स काफी लोकप्रिय हो रहे हैं और ये सीडी-रोम के साथ कम्पेटिबल भी है; अर्थात् एक डीवीडी ड्राइव में सीडी-रोम की रीड अथवा राइट किया जा सकता है। डीवीडी अनेक प्रकार की होती हैं। पर्सनल कम्प्यूटर के बाजार में Enhanced IDE की डीवीडी सबसे अधिक प्रचलित है।

डीवीडी, डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क अथवा डिजिटल वीडियो डिस्क का संक्षिप्त रूप है। डीवीडी एक ऑप्टिक मेमोरी है, जो  देखने में सीडी-रोम के सृदश प्रतीत होती है; परन्तु इसकी रिकॉर्डिंग डेन्सिटी, सीडी-रोम की तुलना में 15 गुना अधिक होती है और इसका एक्सेस टाइम सीडी-रोम की तुलना में 2.20 गुना अधिक होता है।

डीवीडी राइटर की उपयोगिता (Utility of DVD Writer)

शिक्षा जगत में आज डीवीडी राइटर के अनेकों प्रयोग शैक्षिक सामग्री मनोरंजन आदि हेतु किए जा रहे हैं। आज विभिन्न प्रकार की शैक्षिक डीवीडी शिक्षण अधिगम को प्रभावशाली बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

डीवीडी राइटर के द्वारा आज अनेकों महत्वपूर्ण कार्य; यथा मनोरंजन, व्यापार तथा शिक्षा के स्तर में व्यापक रूप से सम्पन्न किए जा रहे हैं। डीवीडी राइटर की उपयोगिता को निम्न बिन्दुओं के आधार पर स्पष्ट किया जा सकता है।

  1. डीवीडी राइटर का उपयोग आज मनोरंजन के साधन में अत्यधिक किया जा रहा है। इसके माध्यम से वीडियो गेम की सी.डी. एवं डी.वी.डी. तैयार कर ली जाती हैं तथा विभिन्न साधनों के द्वारा इनका उपयोग किया जाता है। इन्हें एक हार्डडिस्क में, कम्प्यूटर में संरक्षित कर लिया जाता है। आज इण्टरनेट पर अनेको वीडियो गेम उपलब्ध हैं जिनका लाभ व्यापार, मनोरंजन तथा शिक्षा के क्षेत्र में दिन-प्रतिदिन किया जा रहा है।
  2. डीवीडी राइटर का उपयोग फिल्मों आदि में भी किया जा रहा है। आज हिन्दी एवं अंग्रेजी फिल्मों से सम्बन्धित डीवीडी तैयार करके उपयोग में लाया जाता है। इस प्रकार तैयार फिल्मों को व्यावहारिक दृष्टिकोण से सी.डी. के माध्यम से विक्रय हेतु बाजार में उपलब्ध कराया जाता है। आजकल कुछ फिल्मों को कम्प्यूटर में भी डाउनलोड कर लिया जाता है।
  3. वीडियो फाइलों का निर्माण कर डीवीडी राइटर के माध्यम से उपयोग में लाया जाना भी महत्वपूर्ण विषय है। वीडियो फाइलों को इण्टरनेट से रिकॉर्ड कर लिया जाता है। बहुत-सी उपयोगी फाइलों की डीवीडी से नवीन डीवीडी तैयार कर ली जाती है और डीवीडी राइटर के माध्यम से इन्हें उपयोग में लाया जाता है।
  4. कभी-कभी यदि हमारे पास किसी विषय विशेष की डीवीडी तैयार नहीं है तो वीडियो कैमरा, वीसीआर, डिजिटल कैमरा आदि की सामग्री से सम्बन्धित सौ. डी. तैयार कर ली जाती है जिसे डीवीडी राइटर के माध्यम से उपयोग में लाया जाता है।

डिजिटल विषय-वस्तु का उद्देश्य एवं महत्व

आज आधुनिक कम्प्यूटर के युग में डिजिटल विषयवस्तु का उपयोग एक आवश्यक जरूरत हो गया है डिजिटल विषयवस्तु के प्रयोग से छात्रों को कम समय में अधिक-से-अधिक सीखने के मौके प्राप्त होते हैं। आज प्रत्येक क्षण का उपयोग करने के लिए डिजिटल विषयवस्तु का उपयोग व्यापक रूप से किया जा रहा है। छात्रों द्वारा पेण्टिंग के विषय में सीखने हेतु डिजिटल सामग्री का प्रयोग किया जाता है। कम्प्यूटर पर ही छात्रों द्वारा विविध प्रकार के चित्रों एवं प्रतिरूपों को तैयार किया जाता है। यदि इसी कार्य को सामान्य रूप से किया जाए तो छात्रों को बहुत समय लगेगा। इसलिए प्रत्येक शिक्षक को यह तथ्य ज्ञात होना चाहिए कि वह अपनी कक्षा में किस प्रकार अधिक-से-अधिक डिजिटल सामग्री का उपयोग कर सकता है।

इसके उद्देश्य एवं महत्व को निम्न बिन्दुओं द्वारा समझा जा सकता है-

  1. उत्तम गुणवत्ता हेतु अधिकतर डिजिटल सामग्री में उत्तम गुणवत्ता की स्थिति देखी जाती है। इसमें सामग्री के गुणवत्ता स्तर का गणितीय मूल्यांकन सम्भव होता है। इसलिए प्राथमिक स्तर पर ही छात्रों को डिजिटल सामग्री उपलब्ध करायी जाती है; यथा—छात्रों को सामाजिक शिक्षा सम्बन्धी पाठ पढ़ाना है तो इसमें प्रत्येक क्रिया को भाषा एवं चित्रों के माध्यम से सजीवता प्रदान की जाती है जिससे छात्र सामाजिक शिक्षा के विषय में सरलता से समझ जाते हैं इसी प्रकार डिजिटल सामग्री के प्रयोग से समस्त क्षेत्रों में सर्वोत्तम अधिगम सामग्री प्राप्त होती है।
  2. वर्तमान तकनीकी का ज्ञान वर्तमान तकनीकी का ज्ञान भी डिजिटल सामग्री के प्रयोग से पूर्ण होता है; जैसे—कम्प्यूटर, इण्टरनेट, ई-बुक्स एवं अन्य तकनीकी आदि। डिजिटल सामग्री के उपयोग के लिए मोबाइल फोन, स्मार्टफोन एवं कम्प्यूटर आदि का प्रयोग किया जाता है। इसके आधार पर ही छात्र विभिन्न प्रकार की तकनीकी का उपयोग सीखते हैं जो कि वर्तमान समय के लिए जरूरी है।
  3. समय की बचतकक्षा-कक्ष में डिजिटल सामग्री के प्रयोग से समय की बचत होती है; यथा-प्राथमिक स्तर पर बच्चों को पेण्टिंग का कार्य सिखाना आदि। यदि इस कार्य में कम्प्यूटर की सहायता ली जाती है जिससे पेण्टिंग तैयार करने में कम समय लगता है तथा विभिन्न प्रकार की पेण्टिंग तैयार की जा सकती हैं। अत: डिजिटल सामग्री के प्रयोग से शिक्षक एवं छात्र दोनों के समय की बचत होती है।
  4. श्रम की बचतडिजिटल सामग्री के प्रयोग से श्रम की बचत होती है। इसमें कम श्रम में अधिक कार्य सम्पन्न होता है; यथा—ई-बुक्स के उपयोग से पुस्तकों के रख-रखाव एवं उनके प्रयोग सम्बन्धी कठिनाइयों से बचा जा सकता है।
  5. वर्तमान तकनीकी का सर्वोत्तम प्रयोग वर्तमान तकनीकी के सर्वोत्तम उपयोग के लिए डिजिटल सामग्री का प्रयोग करना जरूरी है। आज एक ही विषय पर विद्वानों द्वारा विभिन्न प्रकार के विचारों का प्रस्तुतीकरण किया जाता है। इन विचारों को शीघ्रता से प्राप्त करने के लिए तथा परिवर्तित सामग्री को समझने के लिए कम्प्यूटर का उपयोग करना जरूरी है। सामान्य रूप से डिजिटल सामग्री के उपयोग में कम्प्यूटर एवं इण्टरनेट का उपयोग व्यापक रूप से किया जाता है जिससे वर्तमान तकनीकी का उपयोग लाभदायक सिद्ध हो रहा है।

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